पंचकूला।हरियाणा के फरीदाबाद एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने हसनपुर, जिला पलवल में बीडीपीओ कार्यालय से जुड़े 50 करोड़ रुपये से अधिक के गबन मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में राकेश, सतपाल और शमशेर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 3.65 करोड़ रुपये नकद और 6.5 लाख रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं।
शिकायत पर कार्रवाई
यह मामला 24 जनवरी 2025 को निदेशक, विकास एवं पंचायत विभाग, हरियाणा द्वारा एसीबी फरीदाबाद को सौंपी गई शिकायत के बाद मामला दर्ज हुआ। शिकायत में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान निदेशक कार्यालय के मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी का दुरुपयोग कर डीडीपीओ. पलवल को भारी धनराशि आवंटित की गई। यह राशि हसनपुर बीडीपीओ कार्यालय द्वारा निजी फर्म “मैसर्ज दीपक मेनपावर सर्विस” को फर्जी बिलों के माध्यम से जारी की गई, जिससे लगभग 50 करोड़ रुपये का गबन हुआ।
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी
मामले के मुख्य आरोपी राकेश निवासी जटोली, पलवल, जो बीडीपीओ हसनपुर में लिपिक पद पर कार्यरत है, को 25 जनवरी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 31 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।दूसरे आरोपी सतपाल निवासी होडल पलवल, जो खजाना कार्यालय होडल में कार्यरत है, को 27 जनवरी को गिरफ्तार किया गया।तीसरे आरोपी शमशेर सिंह, जो निदेशक कार्यालय में अनुभाग अधिकारी के पद से 30 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे, वो पंचकूला स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। शमशेर सिंह के घर से 3.65 करोड़ रुपये नकद और 6.5 लाख रुपये के स्वर्ण आभूषण बरामद किए गए हैं।
जांच जारी
एसीबी द्वारा सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, अन्य संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। मामले की तफ्तीश जारी है।
यह घटना पंचायत विभाग में बड़े स्तर पर हुए भ्रष्टाचार को उजागर करती है, जहां सरकारी धन का दुरुपयोग कर फर्जी तरीके से निजी फर्म को भुगतान किया गया। एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर कड़ा संदेश देती है।