ग्राउंड रिपोर्ट, कालका। कालका की भरों कॉलोनी स्थित झुग्गियों में तेंदुए के पंजे मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट की टीम ने 10 मई 2024 को गुप्त सूचना के आधार पर अंगूरी और जीतू के निवास स्थान पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान अंगूरी की झोपड़ी से उबले हुए चार पंजे बरामद हुए, जबकि जीतू की झोपड़ी से शिकार में इस्तेमाल होने वाली जाल और कडक़ी मिली। मौके पर अंगूरी देवी फरार हो गई जबकि जीतू से पूछताछ में उसने बताया कि यह सामग्री आजाद द्वारा रखवाई गई थी। विभाग ने पंजों की पहचान के लिए उन्हें भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजा था। जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि यह पंजे तेंदुए के हैं, जो वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम में शामिल संरक्षित जीव है। संस्थान की रिपोर्ट 23 अप्रैल 2025 को ई-मेल के माध्यम से वन विभाग को प्राप्त हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि सैंपल तेंदुए के हैं। इस मामले में अब वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई गई। चूंकि आरोपी वर्तमान में फरार हैं, वन विभाग ने पिंजौर थाना में सोमवार को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। वन विभाग आगामी जांच में जुट गई है।
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