ग्राउंड रिपोर्ट, पंचकूला। साइबर ठगों द्वारा मासूम लोगों को झांसा देकर ठगी करने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।तीन अलग-अलग लोगों से करीब 5.94 लाख रुपये की साइबर ठगी हुई है। तीनों मामलों में ठगों ने फोन कॉल, टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉम का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लिया। तीनों मामले सेक्टर-20 साइबर थाने में दर्ज किए गए है।
-पहला मामला
अरुण मघू निवासी सेक्टर-12ए पंचकूला ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल और मैसेज आया, जिसमें उनके ताया जी की फोटो लगी थी। उस नंबर से बात करने वाले ने 5 लाख रुपये की मांग की, लेकिन अरुण ने 2 लाख रुपये एक दिए गए खाते में आरटीजीएस कर दिए। बाद में जब उनके असली ताया से बात की गई तो मालूम हुआ कि उन्होंने कोई पैसे नहीं मांगे थे। अरुण ने तुरंत साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
-दूसरा मामला
सेक्टर-19 निवासी रजत, छात्र है। रजत ने दी शिकायत में बताया कि टेलीग्राम पर जॉब के नाम पर उन्हें एक लिंक भेजा गया, जिससे व्हाट्सएप ग्रप में जोड़ा गया। इसके बाद फर्जी टास्क करवाने और ट्रेडिंग के नाम पर उनसे और उनकी माा के खातों से कुल 2 लाख 33 हजार 944 रुपये की ठगी की गई। पैसे वापस मांगने पर अकाउंट फ्रीज होने का बहाना बना कर और पैसे की मांग की गई। शक होने पर उन्होंने 15 अप्रैल को पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई।
-तीसरा मामला
पंचकूला निवासी युवती ने दी शिकायत में बताया कि वे एक आईटी कंपनी में कार्यरत है। उन्हें फेसबुक मैसेंजर व टेलीग्राम के माध्यम से एक ग्रुप में जोड़ा गया और टास्क के नाम पर पैसे कमाने का लालच दिया गया। शुरुआती टास्क के बदले कुछ पैसे भी मिले, जिससे उन्हें विश्वास हो गया। लेकिन बाद में उनसे अलग-अलग ट्रांजेक्शन करावकर 1लाख 58 हजार 500 रुपये—धोखाधड़ी से निकलवा ली गई। बाद में अकाउंट फ्र ीज होने का हवाला देकर और 91 हजार रुपये की मांग की गई। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तीनों मामलों में पीडि़तों के बयान पर मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
अरुण मघू निवासी सेक्टर-12ए पंचकूला ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल और मैसेज आया, जिसमें उनके ताया जी की फोटो लगी थी। उस नंबर से बात करने वाले ने 5 लाख रुपये की मांग की, लेकिन अरुण ने 2 लाख रुपये एक दिए गए खाते में आरटीजीएस कर दिए। बाद में जब उनके असली ताया से बात की गई तो मालूम हुआ कि उन्होंने कोई पैसे नहीं मांगे थे। अरुण ने तुरंत साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
-दूसरा मामला
सेक्टर-19 निवासी रजत, छात्र है। रजत ने दी शिकायत में बताया कि टेलीग्राम पर जॉब के नाम पर उन्हें एक लिंक भेजा गया, जिससे व्हाट्सएप ग्रप में जोड़ा गया। इसके बाद फर्जी टास्क करवाने और ट्रेडिंग के नाम पर उनसे और उनकी माा के खातों से कुल 2 लाख 33 हजार 944 रुपये की ठगी की गई। पैसे वापस मांगने पर अकाउंट फ्रीज होने का बहाना बना कर और पैसे की मांग की गई। शक होने पर उन्होंने 15 अप्रैल को पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई।
-तीसरा मामला
पंचकूला निवासी युवती ने दी शिकायत में बताया कि वे एक आईटी कंपनी में कार्यरत है। उन्हें फेसबुक मैसेंजर व टेलीग्राम के माध्यम से एक ग्रुप में जोड़ा गया और टास्क के नाम पर पैसे कमाने का लालच दिया गया। शुरुआती टास्क के बदले कुछ पैसे भी मिले, जिससे उन्हें विश्वास हो गया। लेकिन बाद में उनसे अलग-अलग ट्रांजेक्शन करावकर 1लाख 58 हजार 500 रुपये—धोखाधड़ी से निकलवा ली गई। बाद में अकाउंट फ्र ीज होने का हवाला देकर और 91 हजार रुपये की मांग की गई। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तीनों मामलों में पीडि़तों के बयान पर मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
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