ग्राउंड रिपोर्ट,चंडीगढ़। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) से जुड़े लगभग 69 करोड़ रुपये के गबन मामले में राज्य सतर्कता ब्यूरो ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि इस मामले के मुख्य आरोपी व तत्कालीन सीनियर लेखा अधिकारी सुनील बंसल ने गबन की गई राशि से अपने व परिवार के नाम पर करोड़ों की अचल संपत्तियां अर्जित कीं। वर्ष 2018 के बाद सुनील बंसल द्वारा खरीदी गई संपत्तियों में सेक्टर-7 पंचकूला में 3.07 करोड़ रुपये में खरीदा गया एक मकान शामिल है, जिसे 2022 में 7 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। इसके अलावा सेक्टर-6 एमडीसी पंचकूला में एक 350 गज का प्लॉट 2.40 करोड़ रुपये में खरीदा गया, जिस पर डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से निर्माण जारी है। आरोपी की बेटी और दामाद के नाम पर 80 लाख रुपये का लोन भी है। बरवाला में दो एससीओ लगभग 3.38 करोड़ रुपये में खरीदे गए, जबकि सेक्टर-6 एमडीसी में एक और मकान आरोपी के बेटे और बहू के नाम करीब 1.33 करोड़ में खरीदा गया। डेराबस्सी के कृष्णा एन्क्लेव में 1000 और 2600 गज के दो प्लॉट, साथ ही कुल 16 फ्लैट भी आरोपी द्वारा विभिन्न नामों से खरीदे गए हैं।
– बद्दी में एक हेल्थ केयर यूनिट को आरोपी ने रेंट डीड पर लिया था
इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एक हेल्थ केयर यूनिट को आरोपी ने रेंट डीड पर लिया था, जिसमें उसकी पत्नी का 34 प्रतिशत हिस्सा है। इस यूनिट का सालाना टर्नओवर करीब 10 करोड़ रुपये बताया गया है। जांच के अनुसार, सुनील बंसल ने वर्ष 2015 में पीएनबी मनीमाजरा में बिना अधिकारियों की अनुमति के फर्जी बैंक खाता खुलवाया और 2018 में दो एचएसवीपी खातों से करीब 69 करोड़ रुपये इस खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद यह राशि 85 अलग-अलग खातों में फर्जी मुआवजा दिखाकर ट्रांसफर की गई, जबकि जमीन अधिग्रहण हुआ ही नहीं था। बंसल ने अपनी रिटायरमेंट से एक दिन पहले 27 फरवरी 2019 को उक्त खाता बंद करवा दिया। इस मामले में 7 मार्च 2023 को थाना सेक्टर-7, पंचकूला मामला में दर्ज किया गया था। अब तक 12 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसीबी अब आरोपी की संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया में जुटा है।
इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एक हेल्थ केयर यूनिट को आरोपी ने रेंट डीड पर लिया था, जिसमें उसकी पत्नी का 34 प्रतिशत हिस्सा है। इस यूनिट का सालाना टर्नओवर करीब 10 करोड़ रुपये बताया गया है। जांच के अनुसार, सुनील बंसल ने वर्ष 2015 में पीएनबी मनीमाजरा में बिना अधिकारियों की अनुमति के फर्जी बैंक खाता खुलवाया और 2018 में दो एचएसवीपी खातों से करीब 69 करोड़ रुपये इस खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद यह राशि 85 अलग-अलग खातों में फर्जी मुआवजा दिखाकर ट्रांसफर की गई, जबकि जमीन अधिग्रहण हुआ ही नहीं था। बंसल ने अपनी रिटायरमेंट से एक दिन पहले 27 फरवरी 2019 को उक्त खाता बंद करवा दिया। इस मामले में 7 मार्च 2023 को थाना सेक्टर-7, पंचकूला मामला में दर्ज किया गया था। अब तक 12 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसीबी अब आरोपी की संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया में जुटा है।
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