बिजली का बिल काम करने के एवज मांगी थी रिश्वत
पंचकूला। एसीबी ने बिजली बिल कम करने के एवज में 10 हजार रिश्वत लेते हुए बिजली निगम के लोअर डिविजनल क्लर्क प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी एलडीसी की पहचान प्रदीप के रूप में हुई है।एसीबी ने रिश्वत के 10 हजार रुपये बरामद कर उसके खिलाफ पंचकूला एसीबी थाना में पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी की टीम वीरवार को प्रदीप को कोर्ट में पेश करेगी। अभी एसीबी थाना में पूछताछ चल रही है। जानकारी के अनुसार, सेक्टर 17 राजीव कालोनी निवासी हरिंदर सिंह ने बताया कि उसके घर का सितंबर महीने का बिजली का बिल 25 हजार रुपये आया था। उसके बाद वह एमडीसी स्थित बिजली निगम के एसडीओ के पास ज्यादा बिजली बिल आने की शिकायत लेकर पहुंचा। वहां पर एसडीओ ने अपने जूनियर कर्मचारी को मार्क कर बिल चेक करने को कहा। जूनियर कर्मचारी ने एलडीसी प्रदीप कुमार को शिकायत की कॉपी थमाते हुए उसे चेक करने को कहा। इस पर प्रदीप ने हरिंदर को अपना मोबाइल नंबर देते हुए काम में व्यस्त होने की बात कह दूसरे दिन कॉल कर आने को कहा। हरिंदर ने प्रदीप को अगले दिन कॉल की तो उसने अक्टूबर महीने में आने को कहा। 8 अक्टूबर को हरिंदर बिजली निगम के एलडीसी प्रदीप से बिजली निगम के ऑफिस में मिला। वहां पर प्रदीप ने कहा कि उसके बिजली बिल को चेक किया गया तो उसमें पिछली करीब 2800 यूनिट की रीडिंग का करीब डेढ़ लाख रुपये बिजली बिल बकाया है। इस पर हरिंदर डर गया और उसने कहा कि पिछला कोई बिजली का बकाया बिल नहीं था अचानक से कैसे आया। बिजली निगम के एलडीसी प्रदीप ने कहा कि वह 10 हजार रुपए रिश्वत का पैसा दे दे तो पिछला बिल रिकॉर्ड से हटा देगा और अगर नहीं दिया तो घर का बिजली कनेक्शन काट देगा। 16 अक्टूबर को प्लान के मुताबिक प्रदीप को कॉल कर रिश्वत का पैसा 10 हजार रुपये देने की बात कही। इस पर प्रदीप ने बुधवार 18 अक्टूबर की शाम 6 बजे भैंसा टिब्बा स्थित वीटा बूथ के पास हरिंदर को बुलाया। जैसे ही हरिंदर ने 500 रुपए के 20 नोट प्रदीप को दिया कि आसपास मौजूद एसीबी की टीम ने प्रदीप को रिश्वत के पैसों के साथ गिरफ्तार कर लिया।